यासमीन सूका भारतीय मूल की दक्षिण अफ्रीकी अधिवक्ता व मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। वर्तमान में वे दक्षिण सूडान में मानवाधिकारों की स्थिति की निगरानी हेतु गठित संयुक्त राष्ट्र आयोग की अध्यक्ष हैं। यह आयोग 2011 में दक्षिण सूडान के अस्तित्व में आने से पहले सरकार व विद्रोहियों द्वारा किये गये कथित अत्याचारों की जांच की मांग के परिप्रेक्ष्य में बनाया गया है। साथ ही वे वर्तमान में फाउंडेशन फॉर ह्यूमन राइट्स, साउथ अफ्रीका की कार्यकारी निदेशक भी हैं। यह फाउंडेशन मानवाधिकारों व नस्लभेद विरोधी कार्यों के लिए जाना जाता है। इसके पूर्व वे सियरा लियोन के लिए बनाये गये सत्य एवं सामंजस्य आयोग व श्रीलंका में युद्ध अपराधों पर सलाह देने के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा नियुक्त की जा चुकी हैं।[1][2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "President of Human Rights Council appoints members of monitoring mission on South Sudan" [दक्षिण सूडान में मानवाधिकारों की स्थिति की निगरानी हेतु गठित संयुक्त राष्ट्र आयोग की अध्यक्ष मनोनीत] (अंग्रेज़ी में). 14 जून 2016. मूल से 15 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जून 2016.
  2. पीटीआई (24 जून 2016). "Indian-origin lawyer to chair panel on human rights in South Sudan" [दक्षिण सूडान में मानव अधिकारों पर कुर्सी पैनल के लिए भारतीय मूल के वकील नियुक्त]. डेक्कन क्रोनिकल (अंग्रेज़ी में). मूल से 28 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 जून 2016.