यूलिसिस (Ulysses) एक रोबोटिक अंतरिक्ष यान है जिसे नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (इसा) के एक संयुक्त उद्यम के रूप में सूर्य का अध्ययन करने के लिए डिजाइन किया गया था। अंतरिक्ष यान को नजदीकी सौर दूरी के लिए अपनी लंबी और अप्रत्यक्ष प्रक्षेपवक्र की वजह से मूलतः ओडीसियस (Odysseus) नामित किया गया था। यह यूलिसिस नाम, जो ओडीसियस का लेटिन अनुवाद है, इसा के अनुरोध पर दिया गया था। मूल रूप से इसे अंतरिक्ष शटल चैलेंजर पर सवार होकर मई १९८६ में प्रक्षेपण के लिए निर्धारित किया गया था। चैलेंजर को खोने के कारण, डिस्कवरी (मिशन STS-41) पर सवारी हेतू, यूलिसिस का प्रक्षेपण ६ अक्टूबर १९९० तक विलंबित हो गया | इस अंतरिक्ष यान का मिशन सभी अक्षांशों पर सूर्य का अध्ययन करने के लिए था। इसके लिए एक बड़े कक्षीय तल स्थानांतरण की आवश्यकता होती है | शटल की वेग परिवर्तन सीमाओं के कारण, तल स्थानांतरण के लिए वेग परिवर्तन की आवश्यकता को इंजिन जलाने के बजाय, बृहस्पति के साथ एक मुठभेड़ का उपयोग करके पूरा किया गया | एक बृहस्पति मुठभेड़ की जरूरत का अर्थ है, यूलिसिस सौर बैटरियों द्वारा संचालित नहीं हो सकता था, बजाय इसे एक रेडियो आइसोटोप थर्मोइलेक्ट्रिक जनरेटर (RTG) द्वारा संचालित किया गया था।

युलीसेस
युलीसेस अंतरिक्ष यान का कला प्रतिपादन
लक्ष्य प्रकारकक्षीय
फ्लाईबाई ऑफबृहस्पति
का उपग्रहसूर्य
लॉन्च तिथि१९९०-१०-०६ ११:४७:१६ यूटीसी
२१ वर्ष, ४ महीना, १० दिन पहले
लॉन्च वाहनस्पेस शटल डिस्कवरी (STS-41) /
जड़त्वीय ऊपरी स्तर /
PAM-S
लॉन्च स्थलKSC प्रक्षेपण परिसर 39B
केनेडी स्पेस सेंटर
अभियान कालजून २६, १९९४ - जून ३०, २००९
(संचार समाप्त)
 बृहस्पति उड़ान
 (संपूर्ण १९९२-०२-०८)
कॉस्पर आई डी1990-090B
गृह पृष्ठNASA Page
ESA Page
द्रव्यमान३७० कि.ग्रा. (८२० पौंड)
शक्ति२८५ W (आर.टी.जी.)