रं, भारत, नेपाल तथा तिब्बत के बीच में रहने वाले जनजाति समुदाय का नाम है। यह समुदाय आदिकाल से भारत, नेपाल की मुख्यधारा और तिब्बत के सुदूर पश्चिमी क्षेत्र को जोडने वाली कड़ी रहा है।

समुदाय के बाहर के लोगो ने समुदाय को अपने आधार पर ही कई नाम दिये जैसे कि भोटिया, शौका आदि। रं शब्द इस समुदाय की अपनी भाषा का ही शब्द है। और तीन तरह की भाषा भोली जाति है और ये हिमालयन से निकलने वाली नदी धोली और काली गंगा की बेसिनो मैं बस्ती है।।

भौगोलिक क्षेत्र मूलतय रं समुदाय दार्मा, चौन्दास तथा व्यास घाटीयो में रहता आया है। इन्हे रं बोली में दार्मा, बंबा तथा ब्यंखो के नाम से जाना जाता है। वर्तमान में व्यास घाटी का कुछ हिस्स नेपाल में पड्ता है।

आजीविका भारत चीन युद्ध से पहले तक खेती और व्यापार ही इस समुदाय की मुख्य आजीविका का साधन थे।