रक्षा सुरक्षा कोर की स्थापना 25 फरवरी, 1947 को ‘रक्षा विभाग’ सिपाहियों के दल के रूप में की गई थी। डीएससी का सैन्य दस्ता 1947 से ही देश के प्रत्येक क्षेत्र में विभिन्नि संवेदनशील रक्षा एवं नागरिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षा प्रदान करता रहा है।

इस मौके पर लेफ्टीनेंट जनरल जे.एस.चीमा, सेना के उप प्रमुख (सूचना प्रणाली एवं प्रशिक्षण) और डीएससी के कर्नल कमांडेंट ने संवेदनशील रक्षा एवं नागरिक प्रतिष्ठायनों की सुरक्षा के लिए उनके अनवरत प्रयासों के लिए सभी जवानों एवं अधिकारियों की सराहना की तथा उन्हें बधाई दी। इस अवसर पर उन्होंने कोर के शहीदों द्वारा दिए गए सर्वोच्च बलिदानों को भी याद किया तथा सभी जवानों को उनकी बहादुरी से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने उनकी विशिष्ट सेवा के लिए आठ जूनियर कमीशंड अधिकारियों एवं अन्य जवानों को भी पुरस्कृत किया।

अभी तक डीएससी को तीन वीर चक्र, एक कीर्ति चक्र, चार शौर्य चक्र, 10 सेना के पदक, दो विशिष्ट सेवा पदक एवं 15 सेना, वायु सेना एवं नौ सेना प्रमुख प्रशस्ति कार्डों से पुरस्कृ्त किया जा चुका है।