रजनी पंडित एक निजी अन्वेषक हैं। महिला जासूसों की दुनिया में रजनी को महाराष्ट्र की प्रथम महिला जासूस माना जाता है।[1] कभी-कभी उन्हें भारत की प्रथम महिला जासूस भी माना जाता है।[2] उन्होंने अपने कार्य से सम्बंधित कुछ पुस्तकें भी लिखी हैं और भारत की मसहूर जासूस के रूप में विभिन्न पुरस्कार भी प्राप्त किये हैं।[3] जासूसी की दुनिया में काम करने के कारण उन्हें विवाह के लिए समय नहीं मिला और वो अविवाहित हैं।[4]

  1. पृथा सेन; सायरा मेनेज़ेस (५ अक्टूबर १९९८). "Spy Girls" [जासूस लड़कियां]. आउटलूक पत्रिका (भारत) (अंग्रेज़ी में). मूल से 15 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १२ जून २०१४.
  2. "Detective dues" [गुप्तचर देय राशि]. एजुकेशन टाइम्स (अंग्रेज़ी में). ३० अप्रैल २०१०. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १२ मार्च २०१४.
  3. रामदुरई, चारुकेसी (१७ सितम्बर २०११). "The real lady detectives of India" [भारत की वास्तविक महिला जासूस] (अंग्रेज़ी में). द नेशनल. मूल से 4 मार्च 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १२ जून २०१४.
  4. मधु पाल (१२ जून २०१४). "घरेलू नौकर बनकर क़ातिल महिला को पकड़ा". बीबीसी हिन्दी. मूल से 14 जून 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १२ जून २०१४.