रस्सी
प्लाई, सूत या धागों का रैखिक संयोजन जो आपस में मुड़े हुए या गुथे हुए होते हैं
'रस्सी' या 'रज्जु रेशों (फाइबर) को ऐंठकर या चोटी-पूरकर (ब्रेडिंग करके) बनायी जाती है जिससे इनकी शक्ति बढ़ जाती है। यांत्रिक दृष्टि से रस्सी में तनाव झेलने की शक्ति (टेंसाइल स्ट्रेंथ) तो होती है किन्तु इसकी कम्प्रेसिव स्ट्रेंथ (दबाव झेलने की शक्ति) नगण्य होती है क्योंकि यह लचीली होती है। इसका दूसरे शब्दों में अर्थ यह है कि खींचने के लिये तो इसका प्रयोग किया जा सकता है किन्तु धकेलने (पुशिग) के लिये नहीं।
रचना
संपादित करेंरस्सी बनाने में प्रयोग किये जाने वाले मुख्य चीजें हैं निम्नलिखित हैं-
- प्राकृतिक त्तंतु - जैसे जूट, कपास, नारियल की जटा, घास, आदि
- संश्लेषित तंतु (Synthetic fiber) - पॉलीप्रोपलीन, नाइलॉन आदि
उपयोग
संपादित करेंइन्हें भी देखें
संपादित करें- गांठ (Knot)
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- Ropewalk: A Cordage Engineer's Journey Through History History of ropemaking resource and nonprofit documentary film
- Lost knowledge: ropes and knots