रांदे पुल (साँचा:Lang-gl, स्पेनी: Puente de Rande) विगो, स्पेन के नजदीक एक तारों वाला पुल है। यह रोदेंदेला और मोआनिया नगरपालिकायों को आपस में जोड़ता है। इसके निर्माण के समें 36.58 लाख पेसेता खर्च हुए थे।

रांदे पुल

Ponte de Rande
निर्देशांक42°17′17″N 8°39′38″W / 42.288080°N 8.66051°W / 42.288080; -8.66051 (Rande Bridge)निर्देशांक: 42°17′17″N 8°39′38″W / 42.288080°N 8.66051°W / 42.288080; -8.66051 (Rande Bridge)
आयुध सर्वेक्षण राष्ट्रीय ग्रिड[1]
वहनमोटर वाहन
पाररिया दे विगो
स्थानरोदेंदेला और मोआनिया, गालासिया, स्पेन
रखरखावMinistry of Public Works
लक्षण
डिज़ाइनतारों वाला पुल
सामग्रीConcrete
कुल लम्बाई1.558 कि॰मी॰ (5,111 फीट 7 इंच)
चौड़ाई23.46 मी॰ (77.0 फीट)
ऊँचाई148 मी॰ (486 फीट)
दीर्घतम स्पैन401 मी॰ (1,316 फीट)
स्पैन संख्या3
जल में पाये4
इतिहास
डिज़ाइनरफाब्रिसियो दे मिरांदा
फ्लोरैंसियो देल पोसो
अल्फ्रेदो पासारो
निर्माण आरम्भ1973
निर्माण पूर्ण1978
खुला1981
सांख्यिकी
दैनिक ट्रैफिक50,000
रांदे पुल is located in गैलीशिया
रांदे पुल

इस पुल का डिज़ाइन इतालवी इंजीनियर फाब्रिसियो दे मिरांदा द्वारा किया गया था,[1] स्पेनी व्यक्ति फ्लोरैंसियो देल पोसो (जो इसकी स्थापना के साथ संबंधित था)[2] और अल्फ्रेदो पासारो[3] इसका निर्माण 1978 में हुआ था।

  1. J. A Jurado; José Ángel Jurado Albarracín; Félix Nieto (15 March 2011). Bridge Aeroelasticity: Sensitivity Analysis and Optimum Design. WIT Press. पपृ॰ 31–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-84564-056-9. मूल से 11 जनवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 August 2012. नामालूम प्राचल |coauthors= की उपेक्षा की गयी (|author= सुझावित है) (मदद)
  2. Leonardo Fernández Troyano (2003). Bridge Engineering: A Global Perspective. Thomas Telford. पपृ॰ 664–. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-7277-3215-6. मूल से 11 जनवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 August 2012.
  3. Giancarlo Colombo; Who's Who in Italy S. R. L. (1998). Who's Who in Italy. Intercontinental Book & Publishing. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-88-85246-26-3. मूल से 11 जनवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 August 2012.
  • (it) De Miranda F., Leone A., Passaro A., 1979, Il ponte strallato sullo stretto di Rande presso Vigo, in "Costruzioni Metalliche", 2/1979.
  • (it) De Miranda F., 1980, I ponti strallati di grande luce, Zanichelli Bologna (I), pp. 259–269.