राजदेवी मन्दिर सप्तरी जिला के मुख्यालय राजविराज के राजदेवी टोल में अवस्थित हैं। प्राचीन इतिहास से सुसंपन्न इस मन्दिर के नाम से ही राजविराज नगर का नाम रखा गया हैं। राजदेवी मन्दिर के भीतर मौजूद भगवती प्रतिमा सेन वंश की इष्टदेवी मानी जाती हैं। राजदेवी मन्दिर यहाँ रहने का मुख्य कारण यहाँ सेन राजाओं का कचहरी, दुर्ग और दरवार होना हैं। इस मन्दिर में स्थापित भगवती को मनोकामना पूर्ण करने वाली देवी माने जाने के कारण नेपाल एवं भारत के आमजनमानस में बड़ी आस्था हैं। इस मन्दिर में हिन्दू धर्मावलंबी के महान त्योहार नवरात्र में भक्तजनों की बड़ी तादाद में उपस्थिति रहती हैं।[2][3]

राजदेवी मन्दिर
राजदेवी मन्दिर
धर्म संबंधी जानकारी
सम्बद्धताहिन्दू धर्म
अवस्थिति जानकारी
अवस्थितिराजदेवी, राजविराज
ज़िलासप्तरी
देशनेपाल

प्राचीन इतिहास एवं किम्बदंती के अनुसार राजदेवी मन्दिर की उत्पति सेन वंश के समय में होने का विश्वास किया जाता हैं।

  1. Dāsa, Harikāntalāla (2003). Saptarī Jillākā pramukha sāṃskr̥tika sthalaharu : eka adhyayana : laghuanusandhānakārya (1. saṃskaraṇa. संस्करण). Kāṭhamāḍauṃ: Nepāla Rājakīya Prajñā-Pratishṭhāna. पृ॰ 120. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9789993350569. |access-date= दिए जाने पर |url= भी दिया जाना चाहिए (मदद)
  2. "Maha Asthami observed today". ekantipur.com. मूल से 11 नवंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जनवरी 2016.
  3. "The Goddess with Severed Head". Boss Nepal. मूल से 13 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जनवरी 2016.

बाहरी कड़ियाँ

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इन्हें भी देखें

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