राजनीतिक भूगोल मानव भूगोल की वह शाखा है जो राजनितिक निषपत्ति के रूप में सामने आने वाले भौगोलिक स्वरूप और भौगोलिक स्वरूप द्वारा निर्धारित होने वाली राजनीति की प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है।[उद्धरण चाहिए] परंपरागत रूप से राजनितिक भूगोल में विश्लेषण के लिए त्रिस्तरीय संरचना का उपयोग किया जाता है। इसके अध्ययन के केंद्र में राष्ट्र होता है इसके ऊपर अंतर्राष्ट्रीय संबंधों या भू-राजनीति का तथा निचले स्तर पर स्थानिय क्षेत्रों का अध्ययन किया जाता है।[उद्धरण चाहिए] लोग, देश औ्र क्षेत्र के पारस्परिक संबंधों की पड़ताल को सारांश रूप में इस उप-अनुसासन की प्राथमिक चिंताओं के रूप में रेखांकित किया जा सकता है।[उद्धरण चाहिए]

इतिहास संपादित करें

अध्ययन-क्षेत्र संपादित करें

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