राजा हनुमंत सिंह (१८०८-१८८५) कालाकांकर रियासत के तालुकेदार थे। इन्हें अवध के बादशाह ने सन १८४९ में राजा की उपाधि से नवाजा था। राजा हनुमंत ने १८५७ की क्रांति में अपने पुत्र लाल प्रताप सिंह के साथ योगदान दिया था।[1][2] राजा हनुमत सिंह के छोटे भाई माधव सिंह(विजईमऊ कोट) कालाकार के सेेनापति थे जो अपने भतिजे कुवर लालप्रताप सिंह के साथ चादा की का्ंति मे शहिद होगये। माधव सिंह जी के दो पुत्र थे , ज्येष्ठ पुत्र मोहबल सिंह अौर क्निष्ट पुत्र शिवदऱशन सिंह

सन्दर्भ संपादित करें

  1. Roper Lethbridge (2005). The golden book of India (illustrated संस्करण). Aakar. पपृ॰ 452–453. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-87879-54-1.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 8 सितंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 अगस्त 2014.