रामगढ़ शेखावाटी ब्राह्मणों और बनियों का कस्बा था । यह कस्बा चुरू जाने का एक महत्वपूर्ण यातायात मार्ग है । रामगढ़ चुरू, बिसाऊ, मंडावा को जोड़ने वाला एकमात्र कस्बा है । फतेहपुर से रामगढ़ में प्रवेश करने पर सबसे पहले बना हुआ है यहां रामगढ़ दरवाजा । पुराने जमाने मे चूरू जाने का ये मात्र रास्ता था जो एक दरवाजे के नीचे से होकर निकलता था , ये दरवाजा आज भी यहां स्थित है । इसे चूरू दरवाजा नाम से जाना जाता है । पूर्व में बिसाऊ जाने के लिए भी दरवाजा बनाया गया था इसे बिसाऊ दरवाजा कहा जाता है । रामगढ़ चारों ओर से दरवाजो से घिरा हुआ है । यहां के राजाओं ने सुरक्षा की दृष्टि से यहाँ पर दरवाजों का निर्माण करवाया था । रामगढ़ में चित्रकला की अनूठी शैली है । यहाँ की हवेलिया ओर बावड़ियां प्रसिद्ध है। ये कस्बा पर्यटन स्थल के साथ साथ अपनी एक अलग ही पहचान रखता है । यहाँ की हवेलियों में आपको भित्ति चित्र ओर बाहरी चित्र देखने को मिल जाएंगे जो आपको राजाओं के समय के रहन सहन और खान पान की और उनकी दिनचर्या के बारे में बताते हैं ।

History by Narendra Singh Shekhawat Thimoli . Mo. No. 7568098602