रामजन्म अवधी भाषा में रचित संत सूरजदास द्वारा रचित भगवान राम पर आधारित एक संक्षिप्त पुस्तक हैं, जिसकी रचना गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरितमानस के पूर्व हुआ था। ‘रामजन्म’ को सन 1966 में बिहार राष्ट्रभाषा परिषद् द्वारा प्रकाशित किया गया।[1][2][3][4][5][6][7]


सन्दर्भ संपादित करें

  1. सर्वेश कुमार दुबे (१९९२). मध्यकालीन रामभक्ति में सामाजिक चेतना. आर्य प्रकाशन मंडल. पृ॰ ४८, १५८ और १५९.
  2. बिहार राष्ट्रभाषा परिषद (१९८५). परिषद् पत्रिका (खंड २५). बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्. पृ॰ ४८, १५८ और १५९.
  3. जगदीश प्रसाद पाण्डेय (२००८). अवधी ग्रथावली (खंड ३). वाणी प्रकाशन. पृ॰ ४१, ४२ और ४५. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8181439031, 9788181439031 |isbn= के मान की जाँच करें: invalid character (मदद).
  4. "तुलसीदास से सैकड़ा साल पहले भी अवधि में हुई थी रामकथा की रचना". मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 अगस्त 2014.
  5. सर्वेश कुमार दुबे (१९९२). मध्यकालीन रामभक्ति में सामाजिक चेतना. आर्य प्रकाशन मंडल. पृ॰ ४८, १५८ और १५९.
  6. बिहार राष्ट्रभाषा परिषद (१९८५). परिषद् पत्रिका (खंड २५). बिहार राष्ट्रभाषा परिषद्. पृ॰ ४८, १५८ और १५९.
  7. जगदीश प्रसाद पाण्डेय (२००८). अवधी ग्रथावली (खंड ३). वाणी प्रकाशन. पृ॰ ४१, ४२ और ४५. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8181439031, 9788181439031 |isbn= के मान की जाँच करें: invalid character (मदद).