रामनाथ गोयनका
भारतीय राजनीतिज्ञ
रामनाथ गोयनका (३ अप्रैल, १९०४- ५ अक्टूबर, १९९१) भारत के मिडीया दिग्गज एवं पक्के राष्ट्रवादी थे। १९४२ के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्वयंभू सिपहसालार थे। इन्दिरा गांधी द्वारा लगाये गये आपातकाल का जमकर विरोध किया था।[1] 2000 में इंडिया टुडे पत्रिका ने उन्हें अपने भारत को बनाने वाले 100 लोग की सूची में रखा।[2]
रामनाथ गोयनका | |
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जन्म |
3 अप्रैल 1904 दरभंगा, बिहार. |
मौत |
५ अक्टूबर १९९१, ८७ वर्ष मुंबई, महाराष्ट्र |
पेशा | मीडिया दिग्गज |
जीवनसाथी | मूँगीबाई गोयनका |
प्रारंभिक जीवन
संपादित करेंरामनाथ गोएंका का जन्म 22 अप्रैल 1904 को दरभंगा, बिहार में हुआ था।[3]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "रामनाथ गोयनका ने लिया था इंदिरा गांधी से लोहा". 25 नवंबर 2018 को मूल से पुरालेखित. अभिगमन तिथि: 24 नवंबर 2018.
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(help) - ↑ Naqvi, Saeed (2000). "THOUGHT & ACTION: The Baron". Indian Today. मूल से से 24 सितंबर 2015 को पुरालेखित।. अभिगमन तिथि: 22 अप्रैल 2017.
- ↑ "Glowing tributes to Ramnath Goenka". The Hindu. 23 April 2004. 28 अप्रैल 2014 को मूल से पुरालेखित. अभिगमन तिथि: 29 November 2013.