रामपुर नैकिन
रामपुर नैकिन (Rampur Naikin) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सीधी ज़िले में स्थित एक नगर है। यह इसी नाम की तहसील का मुख्यालय भी है।रामपुर नैकिन तहसील के उत्तर दिशा में रीवा जिला,उत्तर-पूर्व दिशा में चुुुरहट तहसील, पूूर्व मेें सीधी ज़िले का शेेष हिस्सा , दक्षणी दिशा में मझौली तहसील,दक्षणी-पश्चमी दिशा में शहडोल जिला तथा पश्चमी दिशा में मैैैैहर जिले की सीमा लगती है। रामपुर
रामपुर नैकिन Rampur Naikin | |
---|---|
निर्देशांक: 24°20′24″N 81°28′30″E / 24.340°N 81.475°Eनिर्देशांक: 24°20′24″N 81°28′30″E / 24.340°N 81.475°E | |
देश | भारत |
राज्य | मध्य प्रदेश |
ज़िला | सीधी ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 11,936 |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भामस (यूटीसी+5:30) |
नैकिन के बीचों- बीच सोन नदी प्रवाहित होती है बनास और मढ़ावल नदियाँ सोन नदी की सहाँयक नदी हैं। रामपुर नैकिन अंंतर्गत सोन नदी के तट पर चेदि शासकों के दौर का निर्माण कराया गया शिव जी का प्राचीन चंद्रेहश्वर मंदिर है जो अब भारत सरकार के संरक्षण में पुरातत्व के देख -रेख में है। नगर परिषद रामपुर नैकिन अब बड़े शहरीकरण की ओर अग्रसर हो रहा है, रामपुर नैकिन में शेसन कोर्ट, सिविल अस्पताल,तहसील मुख्यालय, शांपिग कांमप्लेक्स, जिम, पुलिस स्टेशन, बस अड्डा, रेलवे स्टेशन (निर्माणाधीन)खेल स्टेडियम, महाविद्यालय, विद्यालय,होटल,रेस्टोरेंट आदि हैं। रामपुर नैकिन के पश्चिम में लगभग 15किलो मीटर की दूरी पर छुहिया घाटी के नजदीक मध्य प्रदेश राजमार्ग क्रमांक 09 के निकट आदित्य बिड़ला ग्रुप (पूर्व में जय प्रकाश एशोसिएशन) का सीमेंट प्लांट है जो स्थानीय मजदूरों के रोजगार का एक साधन है। रामपुर नैकिन मध्य प्रदेश राजमार्ग क्रमांक 52 तथा मध्य प्रदेश राजमार्ग क्रमांक 09 से जुड़ा हुआ है। रामपुर नैकिन के नागरिकों की आय का मुख्य स्त्रोत कृषि है, यहाँ की मुख्य फँसल चावल, गेहूँ, चना, मसूर, सरसों, अलसी, अरहर, तिली, उड़द, मूँग, सोयाबीन हैं तथा सब्जियों में मुख्यतः आलू, टमाटर, प्याज, गाजर, भिंडी, कद्दू, लौकी, सेम, करेला, काँदा, रुइया(अरबी)बरबटी आदि हैं, फलों की बात करें तो आम, अमरूद, जामुन, बेल, कैइथा, कटहल, मुख्य फल हैं। साथ ही दुग्ध उत्पादन की ओर भी रामपुर नैकिन तेजी से बढ़ रहा है। रामपुर नैकिन में सूती वस्त्र का हथकरघा उद्योग, बांस से बने टोकरी ,तथा मिट्टी के बर्तन का भी बड़ा बाजार है।
रामपुर नैकिन के भँवरसेन(सोन नदी का तट) में कादम्बरी के रचयिता बााँणभट्ट का जन्म
स्थान माना जाता है जहाँ आज -कल 14जनवरी मकर संक्रांति के दिन बहुत बड़ा मेला लगता है। रामपुर नैकिन में सबसे ज्यादा सनातन धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। रामपुर नैकिन में बोली जाने वाली भाषा हिन्दी है तथा स्थानीय बोली बघेली है।रामपुर नैकिन में अंतिम शासक रीवा के बघेल राजा थे। रामपुर नैकिन, रीवा के निकट होने के कारण जिला मुख्यालय (सीधी) से भी ज्यादा तेजी से विकास कर रहा है। रामपुर नैकिन में चंद्रेह का शिव मंदिर, दुरासिन की बूढ़ी माता मंदिर, कपुरी के प्रसिद्ध बजरंग बली मंदिर, पनमसा मंदिर, लोहरौहाँ नाथ मंदिर जैसे अनेक दार्शनिक स्थल भी हैं जहाँ पूरे साल अलग -अलग समय पर लोंगो का सैलाब उमड़ता रहता है। रामपुर नैकिन और रीवा के बीचों-बीच मध्य प्रदेश की सबसे लंबी रेलवे सुरंग है यह सुरंग रीवा -सिंगरौली रेल लाइन के अंतर्गत आती है।