रामशंकर अवस्‍थी संस्कृत भाषा के प्रतिष्ठित साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक काव्‍य वनदेवी के लिये उन्हें सन् 2015 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1] डॉ० राम शंकर अवस्थी जी का जन्म 15.11.1942 ई० में ग्राम औनहां जनपद कानपुर देहात उत्तर प्रदेश में हुआ था | इनके पिता का नाम स्वर्गीय राजनाथ अवस्थी था | और माता का नाम स्वर्गीया कौशल्या देवी अवस्थी था | इन्होने प्राथमिक व जूनियर हाई स्कूल शिक्षा ग्रामस्थ विद्यालयों प्राथमिक पाठशाला औनहां तथा जूनियर हाईस्कूल औनहां से प्राप्त की और इन्होने हाई स्कूल की शिक्षा पंडित रामप्रसाद सार्वजनिक इण्टर कालेज रूरा और इंटर की शिक्षा आर. पी. एस. इण्टर कालेज रूरा से प्राप्त की | इन्होने ग्रेजुएशन एग्री आगरा विश्वविद्यालाय से और पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएच डी संस्कृत भाषा में कानपुर विश्वविद्यालय से प्राप्त की इन्होने 10 वर्षो तक सहायक अध्यापक के रूप में भी सेवा दी | इन्होने कई हिंदी और संस्कृत महाकाव्यों की रचना की इनकी इस सेवा के कारण ही इन्हे वर्ष 2015 में साहित्य अकादमी , तथा 2016 में राष्ट्रपति पुरस्कार से भी इन्हे सम्मानित किया गया जो की मूल रूप से प्रमुख है| इसके पूर्व भी कई प्रदेशो द्वारा इन्हे सर्वोच्य सम्मान से नवाजा गया है और इन्हे कही प्रदेशो में मुख्य अतिथि के तौर पर भी आमंत्रित किया गया है | वर्ष 2017 में इनको प्रतिष्ठित दूर दर्शन उत्तरप्रदेश सम्मान से नवाज़ा गया. डॉ अवस्थी के लिखित चार महाकाव्य पर कानपुर यूनिवर्सिटी में शोध हो चुका है तथा सागर सेंट्रल यूनिवर्सिटी मध्य प्रदेश में भी कवि की लिखित महाकाव्य वनदेवी पर शोध कार्य हो चुका है. शौराष्ट्रा यूनिवर्सिटी गुजरात में भी वनदेवी पर शोध कार्य हो चुका है. कवि को उत्त्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान द्वारा वर्ष 2016 में प्रतिष्ठित वाल्मीकि सम्मान भी मानयीय मुख्यमंत्री, एवं मामनीय राज्यपाल जी के द्वारा दिया गया.आपके द्वारा लिखित अजीजनबाई काव्य ग्रंथ सम्प्रति राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत विभिन्न विश्वश्विद्यालयों के पाठ्यक्रमों में सम्मिलित किया गया है जो आपकी सारस्वत साधना का एक प्रमाण है।

रामशंकर अवस्‍थी
पेशासाहित्यकार
भाषासंस्कृत
राष्ट्रीयताभारतीय
कालआधुनिक काल
उल्लेखनीय कामsवनदेवी
डॉ अवस्थी की 8 संस्कृत पुस्तकों को लाइब्रेरी ऑफ़ कांग्रेस, संयुक्त राज्य अमेरिका के द्वारा लिया गया है. डॉ राम शंकर अवस्थी जी की पुस्तक श्रीराम राम गाथा को विश्व हिंदी डाटा बेस मारिसस में भी सम्मानित किया गया है.
  1. "अकादेमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 सितंबर 2016.