रामाइ पण्डित मध्ययुग के एक बांग्ला कवि थे। उनका जन्म कब हुआ, यह ठीक-ठीक ज्ञात नहीं है, फिर भी यह धारण आ है कि उनका जन्म १३वीं या १४वीं शताब्दी में हुआ था। ऐसी धारणा है कि शून्य पुराण नामक १३वीं शताब्दी में रचित ग्रन्थ उनकी ही रचना है। इसमें बौद्ध धर्म के तत्त्वों का विवेचन है।