राम जू भट्ट
राम जू भट्ट उत्तर प्रदेश के फ़र्रूख़ाबाद नगर के निवासी थे। इनका समय सं0-1867-1950 है। इन्होंने आचार्यत्व प्रदर्शन के लिए लक्षण ग्रंथ ‘शृंगार सौरभ’ की रचना ब्रजभाषा में की थी। दोहा तथा घनाक्षरी छन्द में लिखा गया यह ग्रंथ वास्तव में शृंगार का सौरभ है।[1]