राष्ट्रीय आय और उत्पादन के मापन
अर्थशास्त्र में, किसी देश या क्षेत्र में कुल आर्थिक गतिविधि का अनुमान लगाने के लिए राष्ट्रीय आय और उत्पादन के मापन की विभिन्न पद्धतियो का उपयोग किया जाता है, जिनमें सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी), सकल राष्ट्रीय उत्पाद (जीएनपी), शुद्ध राष्ट्रीय आय (एनएनआई), और समायोजित राष्ट्रीय आय (प्राकृतिक संसाधन क्षरण के लिए समायोजित एनएनआई- जिसे कारक लागत (factor cost) पर एनएनआई भी कहा जाता है) शामिल हैं। ये सभी विशेषत: विभिन्न क्षेत्रों द्वारा अर्थव्यवस्था के भीतर उत्पादित वस्तुओं और सेवाओं की कुल मात्रा की गणना से संबंधित हैं। सीमा को आमतौर पर भूगोल या नागरिकता द्वारा परिभाषित किया जाता है, और इसे राष्ट्र की कुल आय के रूप में भी परिभाषित किया जाता है और यह सीमा गिनती की जाने वाली वस्तुओं और सेवाओं को भी नियंत्रित करता है। उदाहरण के लिए, कुछ मापन केवल उन वस्तुओं और सेवाओं को गिनते हैं जो पैसे के बदले होती हैं, तथा जिनमें वस्तु-विनिमय (bartered goods) सम्मिलित नहीं होती हैं, जबकि अन्य मापन में वस्तु-विनिमय में मौद्रिक मूल्यों को आरोपित करके उसे भी शामिल करने का प्रयास किया जा सकता है।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Australian Bureau of Statistics, Concepts, Sources and Methods, Chap. 4, "Economic concepts and the national accounts", "Production", "The production boundary". Retrieved November 2015.
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