राष्ट्रीय एड्स अनुसंधान संस्थान
राष्ट्रीय एड्स अनुसंधान संस्थान (संक्षिप्त रूप में एनएआरआई) एक अनुसंधान संस्थान है,[1][2]भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा संचालित है, जो जैव चिकित्सा अनुसंधान के निर्माण, समन्वय और प्रचार के लिए भारत में शीर्ष निकाय है।[3]इसकी स्थापना 1992 में भारत में एचआईवी/एड्स पर जैव चिकित्सा अनुसंधान में नेतृत्व प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। यह भोसरी, पुणे, भारत में स्थित है।[4]एनएआरआई की वर्तमान निदेशक डॉ. शीला गोडबोले हैं।[5]
संक्षेपाक्षर | एनएआरआई |
---|---|
स्थापना | 1992 |
प्रकार | सर्वाजनिक |
वैधानिक स्थिति | सक्रिय |
उद्देश्य | चिकित्सा अनुसंधान |
मुख्यालय | पुणे, महाराष्ट्र |
स्थान |
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निर्देशांक | 18°37′25″N 73°50′10″E / 18.6237°N 73.8362°Eनिर्देशांक: 18°37′25″N 73°50′10″E / 18.6237°N 73.8362°E |
निर्देशक |
शीला गोडबोले |
प्रशासी अधिकारी |
स्वाति साळुंके |
संबद्धता | भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद |
बजट |
₹1,050 करोड़ (US$153.3 मिलियन) |
जालस्थल |
www |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "National Aids Research Institute to drop focus on HIV, undergo name change". हिन्दुस्तान टाईम्स. 17 Feb 2019.
- ↑ Isalkar, Umesh (8 Jun 2009). "Nari wants to add its edu module to school syllabus". द टाइम्स ऑफ़ इण्डिया.
- ↑ Sayyed, Nozia (31 July 2019). "ICMR-run Nari to help Bangladesh establish research centre". हिन्दुस्तान टाईम्स.
- ↑ "NARI Recruitment 2016 for 11 Counselor, Nurse & Various posts". India.com. 18 January 2016.
- ↑ "Dr Sheela Godbole takes charge as ICMR-NARI director". द इंडियन एक्सप्रेस. 20 May 2022. अभिगमन तिथि 25 March 2023.
बाहरी कड़ियाँ
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