राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरतकल
(राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कर्नाटक से अनुप्रेषित)
राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, सूरतकल की स्थापना १९६० में की गई थी तथा २६ जून २००२ को इसे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सूरतकल के रूप में स्तरोन्नत किया गया था। संस्थान, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग तथा संचार इंजीनियरिंग, धातुकर्मीय इंजीनियरिंग, खनन इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर इंजीनियरिंग तथा सूचना प्रौद्योगिकी विषयों में अवर स्नातक पाठयक्रम संचालित करता है। रिपोर्टाधीन वर्ष के दौरान अवर स्नातक पाठयक्रमों हेतु कुल लगभग ४८० छात्र दाखिल किए गए थे। संस्थान २१ स्नातकोत्तर कार्यक्रम भी संचालित करता है। इस संस्थान में पीएच डी कार्यक्रम भी संचालित किए जाते हैं।[1]