राष्ट्रीय बाल श्री सम्‍मान योजना

बाल श्री सम्मान ९-१६ वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों के सृजनशील बच्चों को अभिव्यक्ति के निम्नलिखित विषय-क्षेत्रों में प्रदान किया जाता है[1][2]:

  • प्रदर्शनकारी कला - इस श्रेणी में गायन, वादन, नृत्य, अभिनय, को शामिल किया गया है.
  • सृजनात्मक कला - इस श्रेणी में मूर्तिकला, चित्रकला, क्राफ्ट-कार्य को शामिल किया गया है.
  • सृजनात्मक वैज्ञानिक नवीकरण - इस श्रेणी में वैज्ञानिक परियोजना, माडल, विज्ञान की समस्या आदि को शामिल किया गया है.
  • सृजनात्मक लेखन :- इस श्रेणी में गद्य, पद्य, नाट्य-संवाद, आदि को शामिल किया गया है.


  1. राष्ट्रीय बाल श्री सम्मान, छत्तीसगढ़ सरकार की वेबसाइट पर Archived 2015-03-29 at the वेबैक मशीन 
  2. "भारत सरकार के राष्ट्रीय पोर्टल पर". मूल से 2 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 मार्च 2015.

बाहरी कड़ियाँ

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