राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद्
राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद (रा.वि॰सं॰प.), भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वशासित संगठन है जिसका मूल उद्देश्य विज्ञान संचार है। यह विज्ञान संचार के क्षेत्र में एक प्रमुख संस्थान है और इसका मुख्यालय कोलकाता पश्चिम बंगाल में है। यह संस्थान पूरे देश के विभिन्न क्षेत्रों में फैले 25 विज्ञान संग्रहालयों / केन्द्रों और केन्द्रीय गवेषणा और प्रशिक्षण प्रयोगशाला, कोलकाता का प्रबंधन करता है। इसके अतिरिक्त इसने अब तक 23 विज्ञान केन्द्रों को विकसित किया है जिन्हें विभिन्न राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को सुपुर्द किया जा चुका है।[3]
संक्षेपाक्षर | NCSM |
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सिद्धांत | विज्ञान संचार |
स्थापना | 4 अप्रैल 1978 |
प्रकार | संस्थान |
वैधानिक स्थिति | सरकारी |
उद्देश्य | शैक्षणिक |
मुख्यालय | कोलकाता |
स्थान |
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निर्देशांक | 22°34′12″N 88°25′43″E / 22.57000°N 88.42861°Eनिर्देशांक: 22°34′12″N 88°25′43″E / 22.57000°N 88.42861°E |
सेवित क्षेत्र |
भारत और विदेश |
महानिदेशक |
जी एस राउतेला |
पैतृक संगठन |
संस्कृति मंत्रालय |
स्टाफ़ |
859 [31 मार्च 2011 तक][1] |
जालस्थल | ncsm.org.in ncsm.gov.in |
टिप्पणियाँ | आगंतुक 8,151,285 [31 मार्च 2011 तक][2] |
रा.वि॰सं॰प. विज्ञान केन्द्रों और संग्रहालयों का विश्व में सबसे बड़ा व्यवस्था-तंत्र (नेटवर्क) है। ये विज्ञान केन्द्र प्रयोग आधारित शिक्षण परिवेश प्रदान करते हैं। प्रत्येक वर्ष 12.5 करोड़ आगंतुक जिसमें लगभग 3.5 करोड़ विद्यार्थी होते हैं, इन विज्ञान केन्द्रों का दौरा करते हैं।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Activity Report 2010-11. p-80. राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद प्रकाशन
- ↑ Activity report 2010-11. p-80 राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद प्रकाशन
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 7 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 अगस्त 2013.