रासायनिक अभियांत्रिकी विभाग, रुड़की
1963 में, प्रारंभिक रूप से बी.टेक. उपाधि हेतु अभिस्नातक स्तर क प्रशिक्षण प्रदान किये जाने हेतु रासायनिक अभियांत्रिकी विभाग स्थापित किया गया था। अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन /संगोष्ठियॉ /कार्यशालाएं आयोजित कर चुका है, जिसमें साहित्यिक अनुवाद तथा सांस्कृतिक एकता, प्रोद्यौगिकी शिक्षा तथा मानवीय मूल्य, बौध्ददर्शन एवं सामयिक समस्याएँ एवं अनुप्रयुक्त दर्शन अभिवृत्ति धर्म के सन्दर्भ में प्रमुख हैं।
1970 में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इक्विपमेंट प्लांट डिजाइन में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम खोलने की अनुमति प्रदान की। इंडस्टियल पोलुशन एबेटमेंट तथा एडवांस्ड ट्रांसफर प्रोसेस के दो नये क्षेत्र समाहित करके इन पाठ्यक्रम को विविधिकृत किया गया। इसी बीच इक्विपमेंट एण्ड प्लांट डिजाइन की विशेषज्ञता को कम्पूटर एडेड प्रोसेस डिजाइन के रूप में पु नःसंरचित, अद्यतन अवं उपयोगी बना दिया गया।
विभाग को रासायनिक अभियांत्रिकी के विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान के लिये ख्याति मिली है तथा यह 50 से अधिक पी.एच.डी. तथा 150 से अधिक एम.ई. थीसिस उत्पादित कर चुका है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय तथा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद तथा गैर परंपरागत ऊर्जा संसाधन मंत्रालय से वित्तेय सहायता प्राप्त की, तथा जर्मनी के हनोवर विश्वविद्यालय के साथ संयुक्त अनुसंधान कार्यक्रमों पर भी कार्य किया है। यह विभाग रासायनिक तथा उससे जुडे हुऐ उद्योगों को अनेक क्षेत्रों में परामर्श उपलब्ध करा रहा है।