रास महोत्सव
रास महोत्सव भारतवर्ष में विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न विभिन्न स्थानों पर लगने वाला मेला/उत्सव है। यह उत्सव मुख्यत मथुरा-वृन्दावन क्षेत्र में लगता है। [1] यह महोत्सव ब्रज संस्कृति का अंग है। हालांकि यह संस्कृति ब्रज क्षेत्र के बाहर तक फैली हुई है इस लिए इस मेले का आयोजन देश के अलग अलग राज्यों में होता है।[2] रास का मेला कई स्थानों पर एक दिवसीय तो कई स्थानों पर दो दिवसीय होता है। पैगाँव में दो दिवसीय रास महोत्सव का आयोजन प्रतिवर्ष होता है। मान्यता है जहां जहां भगवान श्रीकृष्ण ने रास रचाए वहां वहां रास महोत्सव का आयोजन होता है।[3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 17 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 सितंबर 2017.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 17 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 सितंबर 2017.
- ↑ https://www.bhaskar.com/news/RAJ-OTH-MAT-latest-jaisalmer-news-155003-16202-NOR.html