रिशद प्रेमजी विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी के पुत्र हैं और वर्तमान में 31 जुलाई से विप्रो के चेयरमैन हैं। चेयरमैन बनाये जाने से पहले वह विप्रो में ही मुख्य रणनीति अधिकारी थे। रिशद 2018-19 में आईटी कंपनियों के संगठन नैस्कॉम के चेयरमैन भी रहे हैं। [1] रिशद ने विप्रो से पहले लंदन में बेन एंड कंपनी में काम किया। रिशद को साल 2014 में विश्व आर्थिक मंच ने यंग ग्लोबल लीडर की उपाधि से नवाजा था।

शिक्षा संपादित करें

रिशद ने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से व्यवसाय प्रबंध में स्नातकोत्तर किया है और अमेरिका के वेस्लेरयन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में स्नातक की है। इसके अलावा रिशद ने लंदन के स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से विशेष अध्ययन भी किया है। [2]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "रिशद प्रेमजी बने देश की तीसरी बड़ी IT कंपनी विप्रो के चेयरमैन, आज से संभाली बागडोर" (hindi में). मूल से 30 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-11-27.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
  2. "रिटायर हुए विप्रो के संस्थापक अजीम प्रेमजी, बेटे रिशद ने ली उनकी जगह". Amar Ujala. मूल से 15 अगस्त 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2019-11-27.