रीला

बुलगारिया की पर्वत श्रंखला

बुल्गारिया और बाल्कन प्रायद्वीप का सबसे ऊंची पर्वत श्रंखला है । यह बुल्गारिया के दक्षिण- पश्चिमी भाग में व रीला-रोदोप पर्वतीय पुंजक के उत्तर-पश्चिमी छोर के अधिक निकट स्थित है । रीला पर्वत की सबसे ऊंची चोटी - मूसला २,९२५.२ मी. के साथ बाल्कन प्रायद्वीप और पूरे पूर्वी यूरोप में सबसे ऊंचा है । रीला पर्वत श्रंखला के साथ मुख्य बुलगारियाई जलसम्भर बहता है जो कि मुख्य बाल्कन जलसम्भर से मिलता है । यह काला सागर व एजियन सागर के जलग्रहण श्रेत्र को विभाजित करता है ।


यूरोप में रीला इन पर्वत श्रंखलाओं के बाद ऊंचाई में छठवे स्थान पर है - काकेशस ( शिखर एलब्रस - ५,६४२ मी. ), आल्प्स ( शिखर माउंट ब्लांक - ४,८०७ मी. ), सिएरा नेवादा ( शिखर मुलसेन - ३,४७९ मी. ), पाईरीनाइट ( शिखर एनेतो - ३,४०४ मी.) तथा एतना ( ३,३२३ मी. ) । पर्वत के झरनों से कुछ बड़ी और गहरी बुल्गारियाई नदियां - इस्कर, मोरित्सा और मेस्ता बहती हैं ।


सबसे पहले इस पर्वत को दोनुका, दुनाक्स, दोउनकास के नाम से जाना जाता था । सम्भव है रीला नाम क्रिया "रीया" से निकला है और इसलिए पहले इसका नाम इसी नदी के नाम पर रखा गया था । रीला के विभंग क्षेत्र (सपरेवा बान्या, दोलना बान्या, कोस्तेनेत्स बान्या आदि ) में २०० से अधिक झीलें और खनिज झरने हैं ।

इस पर्वत पर विभिन्न प्रकार के पौधों की प्रजातियाँ पाई जाती हैं जिनकी संख्या लगभग २,००० है । विभिन्न पशुओं की प्रजातियाँ भी यहाँ पाई जाती हैं ।


रीला में सबसे उत्कृष्ट स्थानों में से एक रीला मठ है जो बुल्गारिया में सबसे बड़ा है । इस मठ की स्थापना दसवीं शताब्दी में श्री इवान रिस्की, एक धर्मात्मा और एक एकांतवासी द्वारा की गई थी । यह मठ राष्ट्रीय, वास्तुशिल्पीय और  एतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्व रखता है ।


रीला की समुद्र तल से औसत ऊंचाई १,४८७ मी. और कुल क्षेत्रफल २,६२९ वर्ग कि.मी. है । सर्वाधिक ऊंची चोटियों से (समुद्र तल से २,५०० - २,७०० मी. ऊंचाई ) आल्प्स पर्वत श्रंखला के दृश्य दिखाई देते‌ हैं । इसका एक विशिष्ट उदाहरण मल्योवित्सा पर्वत है । बाकि भागों में ( अधिकतर पूर्वी रीला में ) उच्च पर्वतीय घास के मैदान हैं ।