रूठी रानी
उमादे भटियानी (निधन 1562; अन्य नाम उमराव, उमा देवी) मारवाड़ के शासक मालदेव राठौड़ की दूसरी पत्नी थी। उन्हें अपने पति के साथ तनावपूर्ण सम्बंधों के कारण रूठी रानी की उपाधि मिली।[1] एक अन्य उमादे अचलदास खिची की रानी थी जो 1423 मे जौहर इनकी छोटी बहन रानी धीरुभाई थी
रूठी रानी | |
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जैसलमेर की राजकुमारी | |
मारवाड़ की रानी | |
कार्यकाल | ल. 1537 – 1562 |
निधन | 10 नवम्बर 1562 केलवा, मेवाड़, भारत |
जीवनसंगी | मालदेव राठौड़ |
राजवंश | भाटी |
पिता | रावल लुणकरन भाटी |
धर्म | हिन्दू धर्म |
परिवार
संपादित करेंउमादे जैसलमेर के भाटी राजपूत रावल लुणकरण भाटी की पुत्री थी।[2]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Hooja, Rima (2006). A history of Rajasthan (अंग्रेज़ी में). Rupa & Co. पृ॰ 520.
- ↑ Kothiyal, Tanuja (2016). Nomadic Narratives: A History of Mobility and Identity in the Great Indian Desert (अंग्रेज़ी में). कैंब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस. पृ॰ 85, 87. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781107080317.