रूबी मेयर्स
भारतीय अभिनेत्री
रूबी मेयर्स (1907-1983) मूक सिनेमा युग की अत्यधिक लोकप्रिय और गरिमापूर्ण अभिनेत्री के रूप में मान्य थीं। उनका मूल परिवार संभवतः इजराइल से संबंधित था, परंतु रुबी अपने समय में हिन्दी सिनेमा की सर्वाधिक चर्चित तथा महँगी अभिनेत्री थीं। वे भारतीय और हिन्दी सिनेमा में सुलोचना के नाम से विख्यात थीं। यद्यपि वे मुख्य रूप से मूक सिनेमा युग की अभिनेत्री थीं परंतु सिनेमा के सवाक् होने पर उन्होंने कड़ी मेहनत से हिंदुस्तानी भाषा का अध्ययन और अभ्यास किया तथा सवाक् सिनेमा युग में भी प्रसिद्धि पायी। उन्हें सन् 1973 में भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया गया।[1]
रूबी मेयर्स (सुलोचना) | |
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सुलोचना (1920 में) | |
जन्म |
रूबी मेयर्स 1907 पुणे, बंबई प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश भारत |
मौत |
10.10.1983 मुम्बई, महाराष्ट्र, भारत |
पेशा | अभिनेत्री |
कार्यकाल | 1920s–1980s |
आरम्भिक जीवन
संपादित करेंफ़िल्मी सफ़र
संपादित करेंसम्मान
संपादित करेंइन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ डॉ॰, सी॰ भास्कर राव (2014). दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता (भाग-1) (प्रथम संस्करण). दरियागंज, नयी दिल्ली: शारदा प्रकाशन. पपृ॰ 57, 58–59. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-82196-00-6.