उर्दू साहित्य में स्त्रियों की भाषआ में स्त्रियों के संबंध में जो कविताएं लिखी गई हैं वे रेखती कहलाती हैं। इनमें स्त्रियों के पारिवारिक जीवन और सामाजिक बंधनों का वर्णन होता है। स्त्रियों की अंतरंग बातें कभी-कभी अश्लील रूप भी ले लेती हैं। इसके अध्ययन से घरेलु भाषा का ज्ञान सहजता से प्राप्त होता है। इसका रूप प्रायः ग़ज़ल का होता है। किंतु इसकी कोइ अनिवार्यता नहीं है। यह अन्य सिन्फों में भी लिखी जाती है।