भारत में रेडियो श्रोता दिवस मनाने की परम्परा शुरू करने का श्रेय छत्तीसगढ़ को जाता है। इस नये राज्य के रेडियो श्रोताओं ने भारत में 20 अगस्त 1921 को हुए प्रथम रेडियो प्रसारण की याद में हर साल 20 अगस्त के दिन श्रोता दिवस मनाने का जो सिलसिला 2006 से शुरू किया है जो कि तब से लगातार जारी है। श्रोताओं के विभिन्न संगठनों द्वारा तालमेल से इसका आयोजन किया जाता रहा है।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 12 सितंबर 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 12 सितंबर 2014.