रेणुका रविंद्रन
रेणुका रवींद्रन (पूर्वराज्य राजगोपालन) भारतीय विज्ञान संस्थान के डीन होने वाली पहली महिला थीं। [1]
रेणुका रविंद्रन | |
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आवास | भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
संस्थान | भारतीय विज्ञान संस्थान |
शिक्षा और कैरियर
संपादित करेंवे चेन्नई में वेपरी में प्रेजेंटेशन कॉन्वेंट के छात्र थे और बाद में चेन्नई में महिला क्रिश्चियन कॉलेज के छात्र थे।[2] उन्होंने एप्लाइड गणित में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस से पीएचडी और बाद में जर्मनी से वायुगतिकी में टेक्नीश हचस्चुले आकिन से डोक्टर-इंजेनिएयर की।[3][4] वह 1967 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस में शामिल हो गई थी और एक प्रोफेसर और गणित विभाग के अध्यक्ष थे और अंत में वह भारतीय विज्ञान संस्थान के डीन बन गयीं थी। वह कई विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर का दौरा भी कर चुकी हैं जिनमें कैसरस्लॉटर्न विश्वविद्यालय, जर्मनी शामिल हैं।[5] नॉनलीनियर तरंगें और नॉन-न्यूटनियन तरल पदार्थ उनकी विशेषज्ञता हैं।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "PROFILE OF PROF. RENUKA RAVINDRAN". .ias.ac.in. मूल से 3 अगस्त 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 April 2015.
- ↑ "DISTINGUISHED ALUMNAE". Women's Christian College. मूल से 24 जनवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 April 2015.
- ↑ "Renuka Ravindran Education". math.iisc.ernet.in. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 April 2015.
- ↑ "Renuka Ravindran". RWTH Aachen University. मूल से 25 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 April 2015.
- ↑ "Passionate about taking science to young minds". The Telegraph. 21 May 2004. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 April 2015.