लउरिया अरेराज, बिहार के पूर्वी चम्पारन जिले का एक ऐतिहासिक महत्व का स्थल है जहाँ सम्राट अशोक द्वारा निर्मित एक स्तम्भ है जिस पर धर्मलेख खुदा हुआ है। यह स्तम्भ लउरिया नन्दनगढ़ से ५५ किमी दक्षिण-पश्चिम में है जहाँ एक दूसरा अशोक स्तम्भ स्थित है।

लउरिया अरेराज का अशोक स्तम्भ
The Lauriya Araraj Pillar of Ashoka, East Champaran District.
सामग्रीPolished sandstone
काल3rd Century BCE
खोज26° 33′ 0.82″ N 84° 38′ 51.29″ E
स्थानLauriya-Araraj, Champaran, India.
अवस्थितिLauriya Araraj, India
Lauriya Araraj is located in भारत
Lauriya Araraj
Lauriya Araraj


प्रियदर्शी सम्राट अशोक ने छह ठोस पत्थरों के स्तम्भों पर जो धर्मलेख खुदवाया था, उसमें से एक पूर्वी चम्पारण जिले के अरेराज लौरिया में 249 (ईसापूर्व) में लगाया था जो आज भी सुरक्षित है। इतिहास के अनुसार सम्राट अशोक ने अपने राज्याभिषेक के 26 वर्ष वाद यह धर्मलेख लिखवाया था। इस धर्मलेख स्तम्भ का भार 34 टन है और यह साढ़े छत्तीस फुट ऊँचा है। इस स्तम्भ के उपर का सिंह नहीं है जो शायद टूट जाने के कारण कोलकाता संग्रहालय में रखा हुआ है। इस स्तंभ पर 41 पंक्तियों में नागरिकों को मानव धर्म का पालन करने एवं चराचर मैत्री का सन्देश है। स्तंभ स्थल, पर्यटन विभाग द्वारा संरक्षित है।