लतिका सरकार
लतिका सरकार (बांग्ला उच्चारण : लोतिका सरकार) एक भारतीय नारीवादी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक और वकील थीं। वह महिला अध्ययन और भारत में महिलाओं के अधिकार के लिए काम करती है। वह महिला विकास अध्ययन केंद्र (सीडब्ल्यूडीएस), दिल्ली की संस्थापक सदस्य थी, जो १९८० में स्थापित हुई थी। वह कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातक होने वाली पहली भारतीय महिला थीं।.[1]
लतिका सरकार | |
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जन्म |
०४ जनवरी १९२३ |
मौत |
23 फ़रवरी २०१३ नई दिल्ली, भारत | (उम्र 90 वर्ष)
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा की जगह | कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय |
पेशा | भारतीय नारीवादी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक और वकील |
उनका जन्म ४ जनवरी १९२३ में हुआ था। वह पश्चिम बंगाल में एक कुलीन परिवार में पैदा हुई थी। उनके पिता भी वकील थे।[2] सरकार ने न्यूहैम कॉलेज, कैम्ब्रिज में कानून का अध्ययन किया[3][4] और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातक होने वाली पहली भारतीय महिला बनी। फिर वही से ही उन्होंने पीएच डी की डिग्री प्राप्त की।
उन्होंने १९५३ में विधि संकाय, दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाना शुरु किया वह पहली महिला व्याख्याता थीं।[5] १९७१ में, वह भारत में महिलाओं की स्थिति (सीएसडब्ल्यूआई) पर समिति के सदस्य बनी। १९८० में, वे वीणा मजूमदार द्वारा स्थापित महिला विकास अध्ययन (सीडब्ल्यूडीएस), दिल्ली के संस्थापक सदस्य बनी।
२३ फरवरी, २०१३ को उनकी मृत्यु हुई।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Few saw her in last two years". The Times of India. 14 January 2009. मूल से 3 दिसंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 June 2013.
- ↑ "In Remembrance: Professor Lotika Sarkar (1923–2013)". Bar and Bench. 8 April 2013. मूल से 10 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 June 2013.
- ↑ "In memoriam: Lotika Sarkar 1923 – 2013". feministsindia.com. मूल से 3 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 June 2013.
- ↑ Malini Chib (11 January 2011). One Little Finger. SAGE Publications. पृ॰ 7. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-81-321-0671-5.
- ↑ "Lotika's friends meet Prez to seek justice". The Times of India. 27 March 2009. मूल से 29 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 4 June 2013.