ललित त्रिपुरा सुन्दरी

महारानी ललित त्रिपुरा सुन्दरी वा ललिता कुमारी थापा (१८५०-१८८८) नेपालके राजा रण बहादुर शाहके छोटी और बादमें प्रमुख पत्नी थी। उनको नेपाली साहित्यके प्रथम महिला स्रष्टाके रूपमे माना जाता हैं। उन्होंने संस्कृतसे “राजधर्म” को अनुवाद किया था और कचछ कविताए लिखि थि। इसलिए वो नेपालके प्रथम महिला साहित्यकार मानी जाती हैं। उनके प्रेरणासे सौतेला पुत्र नेपालके राजा गिर्वाण युद्ध विक्रम शाह और नाति (बादमें नेपालके राजा) राजेन्द्र विक्रम शाहने भी ३ पुस्तक लिखे थे। उनके पुस्तक राजधर्मको भाषा और शैलीके लिए ईतिहासविदने उत्कृष्ट माना हैं। [1]

श्रीमन्महाराजाधिराज पट्टराज्ञी श्री श्री श्रीमल्

ललित त्रिपुरा सुन्दरी देवी सदा सौभाग्यवतीनाम

ललित त्रिपुरा सुन्दरी

महारानी ललित त्रिपुरा सुन्दरीको तस्विर


नेपालके महारानी एवम् नायबी
कार्यकाल
वि.स. १८६२ – वि.स. १८८८

जन्म वि.स. १८५०
मृत्यु वि.स. १८८८, चैत्र
धर्म हिन्दु

जन्म संपादित करें

उनके जन्म पिता काजी नैनसिंह थापा और माता रणकुमारी पांडे को विक्रम सम्वत १८५० में हुआ था। उनके परदादा सरदार वीरभद्र थापाके गोरखा पिपलथोक के स्थानिय बगाले थापा घरानाके हैं। उनके भाइ माथवरसिंह थापा बादमें नेपालके प्रथम प्रधानमन्त्री एण्ड कमाण्डर-इन-चिफ बन गए।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. नारीचुली। नरेन्द्रराज प्रसाईं। २००७। नई प्रकाशन।