लव ने मिला दी जोड़ी
लव ने मिला दी जोड़ी एक भारतीय हिन्दी धारावाहिक है, जिसका प्रसारण स्टार वन पर 22 जून 2009 से 26 फरवरी 2010 तक हुआ था।
लव ने मिला दी जोड़ी | |
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शैली | प्रेम, नाटक |
निर्माणकर्ता | शकुंतलम टेलीफिल्म्स |
अभिनीत | चन्दना शर्मा गौरव खन्ना पर्णीत चौहान करन ठक्कर सिमरन कौर |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
सीजन की सं. | 1 |
एपिसोड की सं. | 180 |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | स्टार वन |
प्रसारण | जून 22, 2009 फ़रवरी 26, 2010 | –
कहानी
संपादित करेंबलराज सक्सेना मुंबई में लिया गुजराल का सुरक्षा प्रमुख है। बलराज की पत्नी और तीन बेटे, पृथ्वी (गौरव खन्ना), समीर (करन ठक्कर), और वरुण (निशांक अरोड़ा), मनाली में रहते हैं। बलराज अपने परिवार के साथ समय बिताने के लिए अपनी नौकरी छौड़ कर मनाली आना चाहते रहता है।
एक दिन लिया अपनी बड़ी बेटी दामिनी (चन्दना शर्मा) और इंदर (संदीप रजोरा) की सगाई की पार्टी का आयोजन करती है, उस दिन एक एक पत्रकार, चैतन्य नशे में लिया को धमकी देता है कि वो उसका राज सबके सामने ले आएगा। बलराज उसे अपनी गिरफ्त में ले लेता है और पार्टी से दूर कर देता है। कुछ समय बाद गोली चलने की आवाज आती है और चैतन्य मरा हुआ मिलता है। उस समय वो बलराज के गिरफ्त में था तो सारा आरोप उसी पर आ जाता है और उसे पुलिस गिरफ्तार कर लेती है।
जब बलराज के बेटों को उसके गिरफ्तारी के बारे में पता चलता है तो पृथ्वी और समीर मनाली से मुंबई चले जाते हैं, और वरुण वहीं अपनी माँ के साथ रुक जाता है। वे दोनों मुंबई में अपने पिता से मिलते हैं तो वो उन्हें बताता है कि उसे हत्या के आरोप में फंसाया जा रहा है। कुछ दिनों बाद उनके पिता की जेल में ही मौत हो जाती है, जिसे पुलिस आत्महत्या बताती है। पृथ्वी और समीर को पता चलता है कि ये हत्या है। वहीं मनाली में इस खबर को सुन कर उनकी माँ सहन नहीं कर पाती और कोमा में चले जाती है। कुछ ही दिनों में उनका पूरा घर तबाह हो जाता है। वो तीन भाई अब लिया गुजराल और उसकी बेटियों से बदला लेने की ठान लेते हैं।
पृथ्वी उनके घर में दामिनी का बॉडीगार्ड बन कर आता है। वे दोनों कभी एक दूसरे को सीधे सीधे नहीं देखते, और अक्सर झगड़ा करते हैं। वे दोनों एक दूसरे को घमंडी सोचते हैं। जब पृथ्वी उन सब के सामने इंदर की सच्चाई ले आता है तो उसके बाद से वे दोनों एक दूसरे के बारे में अपना नजरिया बदलने लगते हैं। बाद में दामिनी उससे प्यार करने लगती है। शुरू में पृथ्वी प्यार करने का नाटक करता है, पर बाद में उसे भी प्यार हो जाता है। लिया गुजराल उन दोनों की शादी कराने का सोचती है, और पृथ्वी भी इसमें सहमत हो जाता है। उसे लगता है कि परिवार में आने के बाद वो ज्यादा तबाही मचा सकता है।
समीर उसकी दूसरी बेटी, अवनी के पास उसके बचपन के दोस्त, जय चावला के रूप में आता है। दोनों छुप कर शादी कर लेते हैं और अवनी गर्भवती भी हो जाती है। दामिनी और पृथ्वी के शादी की रात को पता चलता है कि वो माँ बनने वाली है। समीर (जो जय बनने का नाटक कर रहा होता है) उस बच्चे को परिवार के सामने अपनाने से इंकार कर देता है। दिल टूटने के कारण अवनी ख़ुदकुशी करने का प्रयास करती है, पर पृथ्वी उसे रोक लेता है। समीर को पृथ्वी समझाने की कोशिश करता है और वो माफी मांग कर कानूनी तरीके से अवनी से शादी कर लेता है। इस घटना के बाद अवनी एक धीमी बोलने वाली लड़की से बहुत ज्यादा कठोर बन जाती है।
वरुण गुजराल कंपनी में कदम रखता है और उसे आर्थिक रूप से नुकसान पहुंचाते रहता है। रोशनी उसके इरादों के बारे में जाने बिना ही उससे प्यार करने लगती है। वरुण भी उसे मन ही मन प्यार करते रहता है, पर कभी दिखाता नहीं है।
पृथ्वी और दामिनी के शादी के बाद पृथ्वी उस कंपनी का एमडी बन जाता है, जिससे वो पूरी कंपनी पर नियंत्रण हासिल कर लेता है। बाद में उन भाइयों को पता चलता है कि लिया गुजराल असल में उनके पिता की मदद कर रही थीं, और उसका उनके पिता की गिरफ्तारी से कोई लेना देना नहीं है। वे तीनों ये बात जान कर अपने आप को दोषी मानने लगते हैं और इसे सुधारने की कोशिश करने वाले होते हैं कि तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इंदर उन तीनों की सच्चाई जान जाता है और सबके सामने ले आता है। दामिनी और अवनी अपने सारे रिश्ते उन दोनों से तोड़ देते हैं। लिया की तबीयत खराब होती जाती है और वो उन दोनों से एक और मौका देने की बात कहती है। दामिनी अपनी माँ की बात मान कर पृथ्वी को एक और मौका देती है। लिया की मौत हो जाती है और उसके बाद पता चलता है कि चैतन्य को मारने वाला इंदर था।
तीनों बहने धीरे धीरे तीनों भाइयों की मदद से इस दुःख से उबर ही रहे थे कि उनके जिंदगी में मौसी (सुलभा आर्या), मुन्ना और रानी आ जाते हैं। मौसी उन तीनों गुजराल बहनों से नफरत करते रहती है और उन तीनों को सक्सेना भाइयों से अलग करना चाहते रहती है। मुन्ना एक दिन रोशनी की नहाते समय तस्वीरें ले लेता है और रानी, जो समीर से प्यार करते रहती है, वो अवनी और उसके अजनमें बच्चे को मारने की कोशिश करते रहती है। वे तीनों मिल कर दामिनी पर पृथ्वी की माँ के देखरेख में अनदेखी कर मारने का आरोप लगा कर उसे घर से बाहर कर देते हैं।
घर से निकलने के बाद मौसी-मुन्ना-रानी की सच्चाई सामने लाने के लिए दामिनी पहले रोशनी के साथ अपनी टोली बनाती है फिर अवनी को भी साथ ले लेती है। वे लोग ये साबित करने में सफल हो जाते हैं कि पृथ्वी की माँ की मौत दामिनी के अनदेखी के कारण नहीं, बल्कि उसे मुन्ना ने मारा है। वे लोग ये भी साबित कर देते हैं कि मौसी और रानी मिल कर अवनी के जूस में धीमा जहर मिला रहे थे, ताकि अजनमें बच्चे को मार सकें। मुन्ना के फोन से रोशनी की तस्वीरें वरुण की मदद से दामिनी उसे हटाने में भी सफल रहती है। पृथ्वी उन तीनों को जेल भेज देता है।
अंतिम एपिसोड में कुछ महीने बाद का हिस्सा दिखाया जाता है, जिसमें पृथ्वी और दामिनी मिल कर अपनी सुरक्षा एजेंसी शुरू कर लेते हैं। समीर और अवनी का एक बेटा होता है। वहीं वरुण और रोशनी भी शादी कर लेते हैं। इसके बाद दो साल के बाद का हिस्सा दिखाया जाता है, जिसमें पृथ्वी और दामिनी की एक बेटी होती है और तीनों जोड़े अपने बच्चों के साथ हमेशा के लिए खुशी खुशी रहने लगते हैं।
कलाकार
संपादित करें- चन्दना शर्मा - दामिनी गुजराल, पृथ्वी की पत्नी
- गौरव खन्ना - पृथ्वी सक्सेना, दामिनी का पति
- परनीत चौहान - अवनी गुजराल, समीर की पत्नी
- करन ठक्कर - समीर सक्सेना, अवनी का पति[1]
- सिमरन कौर - रोशनी गुजराल
- निशांक अरोड़ा - वरुण सक्सेना
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "सड़क किनारे ठेले से अमरूद खरीदता दिखा एक्टर, दाम सुनकर बोला 70 रुपए के ही दे दो". दैनिक भास्कर. 26 अक्टूबर 2018. मूल से 30 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 नवम्बर 2018.