लानी गिनीयर
कैरोल लानी गिनीयर (/ˈlɑːni ɡwɪˈnɪər/ LAH-nee gwin-EER; 19 अप्रैल, 1950 - 7 जनवरी, 2022) एक अमरीकी शिक्षक, कानूनी विद्वान और नागरिक अधिकार सिद्धांतकार थे। वे हार्वर्ड लॉ स्कूल में कानून की प्रोफेसर थीं। वहाँ स्थायी प्रोफेसर पद पर नियुक्त होने वाली वे पहली महिला थीं।[1] वर्ष 1998 में हार्वर्ड आने से पहले गिनीयर ने दस वर्षों तक पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के लॉ स्कूल में पढ़ाया। वर्ष 1993 में राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने गिनीयर को नागरिक अधिकारों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के सहायक अटॉर्नी जनरल के रूप में नामित किया, लेकिन उनका नामांकन वापस ले लिया।
आरंभिक जीवन
संपादित करेंकैरोल लानी गिनीयर का जन्म 19 अप्रैल 1950 को न्यूयॉर्क सिटी में यूजेनिया "जेनी" पैप्रिन और इवार्ट गिनीयर के घर हुआ था। इवार्ट का जन्म जमैका के माता-पिता के घर पनामा में हुआ था और उनका पालन-पोषण पनामा और बोस्टन में हुआ था। कैरोल 1929 में हार्वर्ड कॉलेज में दाखिला लेने वाले दो अश्वेत विद्यार्थी में से एक थीं। वर्ष 1931 में उन्हें स्कूल छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा, वित्तीय सहायता और कैंपस आवास से बाहर किए जाने के बाद वे स्कूल का खर्च उठाने में असमर्थ हो गई थीं लेकिन अंततः वे 1969 में एक प्रोफेसर और एफ्रो-अमेरिकन स्टडीज विभाग के पहले अध्यक्ष बनकर हार्वर्ड लौट आए।[2]
गिनीयर के माता-पिता हवई (स्थान) क्षेत्र में मिले, जहाँ प्रत्येक हवई की कम्युनिस्ट पार्टी और हवई नागरिक अधिकार कांग्रेस का सदस्य था। गिनीयर के पिता भी यूनाइटेड पब्लिक वर्कर्स ऑफ़ अमेरिका, कांग्रेस ऑफ़ इंडस्ट्रियल ऑर्गेनाइज़ेशन (सीआईओ) यूनियन के राष्ट्रीय अधिकारी थे।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "हार्वर्ड लॉ स्कूल - लानी गिनीयर की जीवनी". मूल से अगस्त 22, 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि मार्च 17, 2014.
- ↑ गिनीयर, लानी (मार्च 7, 2003) [1998]. Lift Every Voice: Turning a Civil Rights Setback into a New Vision of Social Justice (हर आवाज को उठाएं: नागरिक अधिकारों की असफलता को सामाजिक न्याय की एक नई दृष्टि में बदलना). साइमन & शुस्टर. पपृ॰ 58–59. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0743253515.