लाल पुल, लखनऊ
लाल पुल लखनऊ, उत्तर प्रदेश में स्थित एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पुल है, जो 108 साल पुराना है। यह पुल गोमती नदी पर बना है यह लखनऊ शहर को उत्तर और दक्षिण के बीच जोड़ता है। इस पुल की लंबाई- 300 मीटर, चौड़ाई - 7 मीटर है तथा पुल के दोनों ओर छह-छह अटारिया (बालकनी) हैं।[1] यह पुल आर्च डिजाइन में बनी है।
निर्माण
संपादित करें1857 के क्रांति के बाद अंग्रेजों ने अवध संभाला तो उन्होंने पहले से बने शाही पुल को कमजोर बताकर इसको 1911 में तुड़वा कर उसकी जगह नए पुल का निर्माण शुरू कराया। 10 जनवरी 1914 को यह तैयार हुआ। लाल रंग से रंगे जाने के कारण इसे लाल पुल या पक्का पुल कहा जाता है। इसके निर्माण में लॉर्ड हार्डिंग का काफी योगदान रहा, जिस कारण इसे हार्डिंग ब्रिज भी कहा जाता है।[2]
इन्हे भी देखे
संपादित करें2022 में लखनऊ का 108 साल पुराना ऐतिहासिक पक्का पुल आवाजाही के लिए खतरनाक हो गया था। दरकते पुल की दीवार- रेलिंग गिरने के साथ अधिकांश जगह फुटपाथ तक उखड़ गए।[1] पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के एक्सईएन ने अपनी जांच रिपोर्ट में इसे खतरनाक मानते हुए जर्जर पुल की तस्वीर समेत अपनी रिपोर्ट में इसके तत्काल मरम्मत की जरूरत बताई गई। हालांकि यहां यातायात रोकने का फिलहाल कोई विचार नहीं था, लेकिन पुल की हालत जर्जर होने से यहां हर वक्त हादसे की आशंका जताई गई।[3]
संदर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ "सावधान! दरक रहा है लखनऊ का ये 108 साल पुराना पक्का पुल, जारी है यातायात". Hindustan. अभिगमन तिथि 2023-09-01.
- ↑ "Lucknow: अंग्रेजों ने 109 साल पहले बनवाया था पक्का पुल, चलने लायक है या नहीं, जांच के लिए लिखा गया पत्र". Amar Ujala. अभिगमन तिथि 2023-09-01.
- ↑ "Pakka Pul: 109 साल पुराने पक्का पुल को लेकर बड़ा फैसला, 5 लाख से अधिक लोगों को मिलेगी राहत". Navbharat Times. अभिगमन तिथि 2023-09-01.