लिंडलर उत्प्रेरक (Lindlar catalyst) एक विषमांगी उत्प्रेरक है जो कि कैल्शियम कार्बोनेट पर जमा और सीसा के विभिन्न रूपों के साथ प्रतिक्रिया करके तैयार पैलेडियम होता है। सीसा पैलेडियम साइटों को निष्क्रिय करने के लिए कार्य करता है। पैलेडियम सामग्री आमतौर पर उत्प्रेरक का वजन द्वारा 5% होता है। उत्प्रेरक का प्रयोग हाइड्रोजनीकरण (hydrogenation) के द्वारा एल्काइन्स (alkynes) को एल्कीन्स (alkenes) में बदलने (यानी बिना आगे एल्केन्स (alkanes) में बदलने के) के लिए किया जाता है। इस प्रकार यदि एक यौगिक में डबल बॉड व ट्रिपल बॉड दोनों शामिल होते हैं तो उत्प्रेरक केवल ट्रिपल बॉड को डबल बॉड के रूप में कम कर देता है।

लिंडलर उत्प्रेरक

इसके आविष्कारक हर्बर्ट लिंडलर(Herbert Lindlar) की व्याख्या के अनुसार, उत्प्रेरक को कैल्शियम कार्बोनेट के घोल मे पैलेडिय़म क्लोराइड के रिडक्शन और उसके बाद घोल मे लेड एसिटेट मिलाकर बनाया जाता है। इस प्रक्रिया से, एक बड़े सतही क्षेत्र के उत्प्रेरक को प्राप्त किया जा सकता है। Quinolene के साथ उत्प्रेरक के क्रियाशीलता छोड़ने (deactivation) के कारण इसकी चयनात्मकता (selectivity) बढ़ती है, जो की एल्कीन्स (alkenes) को एल्केन्स (alkanes) बनने से रोकती है।

एल्काइन्स का रिडक्शन stereoselective होता है; वाया syn-addition यह cis-alkene देता है।

एड्म्स उत्प्रेरक (Adams' catalyst), पैलेडिय़म ब्लैक (Palladium black) और रेनी निकल (Raney nickel) अन्य विषम उत्प्रेरक हैं। जो की हाइड्रोजनीकरण के लिए उपयोगी हैं।