लुईस फिशर (29 फ़रवरी 1896 – 15 जनवरी 1970) एक अमेरिकी पत्रकार थे। उन्होंने अनेक ग्रन्थों की रचना की जिनमें पूर्व-कम्युनिस्ट ग्रंथ द गॉड दैट फेल्ड (1949) में योगदान, द लाइफ ऑफ महात्मा गांधी (1950), अकेडमी पुरस्कार विजेता फिल्म गांधी (1982) का आधार शामिल हैं। साथ ही उनके द्वारा लिखित लेनिन का जीवन ने 1965 में इतिहास और जीवनी के अन्तर्गत राष्ट्रीय पुस्तक पुरस्कार जीता।[1]

लुईस फिशर
चित्र:File:Louis Fischer.jpg
जन्म 29 फ़रवरी 1896
फिलाडेल्फिया, पेंसिल्वेनिया, यू.एस.
मौत जनवरी 15, 1970(1970-01-15) (उम्र 73 वर्ष)
प्रिंसटन, न्यू जर्सी

आरंभिक जीवन

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एक मछली विक्रेता के बेटे लुईस फिशर का जन्म 29 फरवरी 1896 को फ़िलाडेल्फ़िया में हुआ। 1914 से 1916 तक फिलाडेल्फिया स्कूल ऑफ पेडागॉजी में अध्ययन करने के बाद वे एक स्कूल शिक्षक बन गये।

1917 में फिलिस्तीन स्थित एक सैन्य इकाई यहूदी सेना में फिशर शामिल हुए।[2] संयुक्त राज्य अमेरिका लौटने पर फिशर ने न्यूयॉर्क शहर में एक समाचार एजेंसी में काम किया और बर्था मार्कोशा मार्क (1890-1977) से मुलाकात की। 1921 में जब बर्था बर्लिन में काम करने गयीं तो कुछ महीने बाद फिशर भी उनके साथ जुड़ गये और न्यूयॉर्क इवनिंग पोस्ट में यूरोपीय संवाददाता के रूप में काम करने लगे। अगले वर्ष वह मास्को चले गये और बर्था से विवाह कर लिया। 1923 में उनके पहले बेटे जॉर्ज का जन्म हुआ (और एक साल बाद विक्टर का जन्म हुआ) और फिशर ने द नेशन के लिए काम करना शुरू किया। उन्होंने 1918 और 1920 के बीच ब्रिटिश सेना में वॉलंटियर के रूप में भी काम किया। 1934 में अमेरिकी मैक्स ईस्टमैन ने अपनी पुस्तक आर्टिस्ट्स इन यूनिफॉर्म में "23 अप्रैल 1932 की क्रांति" नामक अध्याय में स्टालिनवाद के लिए फिशर की आलोचना की।[3]

  1. "नेशनल बुक अवार्ड्स – 1965" नेशनल बुक फाउंडेशन 2012-03-17 को पुनःप्राप्त।
  2. "लुईस फिशर". encyclopedia.ushmm.org (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-06-25.
  3. मैक्स ईस्टमैन, आर्टिस्ट्स इन यूनिफॉर्म: ए स्टडी ऑफ लिटरेचर एंड ब्यूरोक्रेटिज्म, (न्यूयॉर्क: अल्फ्रेड ए. नोपफ, 1934) पृ. 161-165

बाहरी कड़ियाँ

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