लेजर-निर्देशित बम (laser-guided bomb / LGB) अतिशुद्धता से लक्ष्य को भेदने वाला बम है। अपने लक्ष्य पर वार करने के लिये यह लेजर प्रकाश की सहायता लेता है। वैसे लेजर बम सबसे पहले अमेरिका ने 1960 में ही विकसित कर लिया था। इसके बाद इस तकनीक को सोवियत संघ, फ्रांस और ब्रिटेन ने भी विकसित किया।

बोल्ट-११७ नामक लेजर-निर्देशित बम

इस तकनीक में पहले लक्ष्य पर लेजर डाला जाता है जो परावर्तित होकर बम में लगे तंत्र ‘सीकर’ के पास आता है। इससे लक्ष्य की सही दिशा निर्धारित होती है। और लक्ष्य को सटीक भेदने में सहायता मिलती है।

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