लॉर्ड मिंटो
स्कॉटिश राजनेता
लॉर्ड मिंटो भारत के गवर्नर जनरल रहे थे। 25 अप्रैल 1809 को अमृतसर की संधि रणजीत सिंह और चार्ल्स मेटकॉफ के बीच 1813 में चार्टर्ड एक्ट पारित हुआ। ध्यान रहे लार्ड मिंटो-2 (1905-1910) को सांप्रदायिक निर्वाचन का जनक के रूप मे जाना जाता है क्योंकि इन्होंने पृथक प्रतिनिधित्व का उपवन्द किया था (उस समय भारत के सचिव मार्ले थे)।
लॉर्ड मिंटो | |
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जन्म |
23 अप्रैल 1751[1][2][3][4][5][6][7] एडिनबरा |
मौत |
21 जून 1814[1][2][3][4][5][6][7] |
समाधि | वेस्टमिंस्टर ऐबी |
नागरिकता | ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड का यूनाइटेड किंगडम |
शिक्षा | एडिनबर्ग विश्वविद्यालय |
पेशा | राजनियक दूत, राजनीतिज्ञ[8] |
पदवी | भारत के गवर्नर जनरल |
वेस्टमिंस्टर ऐबी | |
पुरस्कार | रॉयल सोसाइटी के फेलो |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ अ आ https://catalogue.bnf.fr/ark:/12148/cb10691896c. अभिगमन तिथि 10 अक्टूबर 2015. गायब अथवा खाली
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(मदद) - ↑ अ आ एकीकृत प्राधिकरण फ़ाइल https://d-nb.info/gnd/119079186. अभिगमन तिथि 16 अक्टूबर 2015. गायब अथवा खाली
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(मदद) - ↑ अ आ "Gilbert Elliot-Murray-Kynynmound, 1st earl of Minto". अभिगमन तिथि 9 अक्टूबर 2017.
- ↑ अ आ "Gilbert Elliot-Murray-Kynynmound, 1st Earl of Minto". अभिगमन तिथि 9 अक्टूबर 2017.
- ↑ अ आ "Gilbert Elliot-Murray-Kynynmound, 1st Earl of Minto". अभिगमन तिथि 9 अक्टूबर 2017.
- ↑ अ आ "Gilbert Elliot van Minto". अभिगमन तिथि 9 अक्टूबर 2017.
- ↑ अ आ "Gilbert Minto". अभिगमन तिथि 9 अक्टूबर 2017.
- ↑ https://api.parliament.uk/historic-hansard/people/mr-gilbert-elliot-murray-kynynmound-3. अभिगमन तिथि 22 अप्रैल 2022. गायब अथवा खाली
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(मदद)