लोएस पठार
लोएस पठार (Loess Plateau, लोएस प्लैटो) या हुआंगतु पठार (黃土高原, हुआंगतु गाओयेन) चीन की पीली नदी के ऊपरी और मध्य भागों में ६,४०,००० किमी२ पर विस्तृत एक पठार है। 'लोएस' एक प्रकार की बारीक़ रेतीली मिटटी को कहते हैं जिसे आँधियों ने युगों के काल में इस पठार पर बिछा दिया है और इसी मिटटी से पठार का नाम आया है। इस प्रकार की मिटटी को हवा और पानी आराम से खींचकर फैला देते हैं। लोएस पठार और इसकी यह धूली मिटटी शन्शी (Shanxi) और शान्शी (Shaanxi) प्रान्तों के पूरे भोभाग पर और गांसू, निंगशिया और भीतरी मंगोलिया के कुछ भागों पर विस्तृत है। इस पठार की लोएस मिटटी बहुत उपजाऊ है और इसपर हज़ारों सालों से कृषि चलती आ रही है, लेकिन इस मिटटी की आसानी से हिल जाने की प्रकृति के कारण यहाँ आंधी और पानी से अकसर खेतों की ज़मीन खाई जाती है, जिस से किसानों को परेशानी रहती है।[1][2]
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ World regional geography: global patterns, local lives Archived 2014-09-22 at the वेबैक मशीन, Lydia Mihelic Pulsipher, Alex Pulsipher, Conrad M. Goodwin, Macmillan, 2007, ISBN 978-0-7167-7792-2, ... found the Loess Plateau a fertile, though challenging, place to farm and herd ...
- ↑ Shaping the future of water for agriculture: a sourcebook for investment in agricultural water management, World Bank. Agriculture and Rural Development Deptartment, World Bank Publications, 2005, ISBN 978-0-8213-6161-0, ... The Loess Plateau region, an area of some 640000 square kilometers in the Yellow River drainage basin, is subject to severe geological soil erosion ...