प्रत्येक वर्ष भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की अष्टमी को नंदा देवी की डोली बेदिनी कुण्ड तक ले जाकर सम्पन्न होती है जिसे लोकजात अथवा जात कहते हैं और इसके प्रत्येक १२ वर्ष पश्चात नन्दा देवी राज जात का आयोजन किया जाता है जो २८० किलोमीटर की पैदल यात्रा २२ दिन के दौरान होमकुण्ड जाकर सम्पन्न कराई जाती है