वचनामृत स्वामीनारायण सम्प्रदाय का एक मूल ग्रंथ है यह ग्रंथ परब्रह्म भगवान श्री स्वामिनारायण की परावाणी है। यह १८१९ से १८२९ तक परब्रभ भगवान श्री स्वामिनारायण द्वारा दिए गए २७३ प्रवचनो का संकलन है। ।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. राजीव रंजन (८ अप्रैल २०११). "अध्यात्म की ज्योति से लोगों का अज्ञान मिटाया". हिन्दुस्तान. अभिगमन तिथि २४ मार्च २०१३.