वरुण सिंह भाटी
भारतीय पैरा एथलीट
वरुण सिंह गुर्जर एक भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2016 रियो पैरालंपिक में कांस्य पदक जीता है।
व्यक्तिगत जानकारी | ||||||||||||||||||||||||||||
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राष्ट्रीयता | भारतीय | |||||||||||||||||||||||||||
जन्म | 13 फरवरी 1995 | |||||||||||||||||||||||||||
खेल | ||||||||||||||||||||||||||||
देश | भारत | |||||||||||||||||||||||||||
खेल | पैरा एथलेटिक्स | |||||||||||||||||||||||||||
प्रतिस्पर्धा | हाई जम्प टी42 | |||||||||||||||||||||||||||
पदक अभिलेख
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प्रारंभिक जीवन
संपादित करेंवरुण भाटी गुर्जर ग्रेटर नोएडा के जमालपुर गांव के रहने वाले हैं। जब बहुत छोटे थे तभी पोलियो के कारण उनका एक पैर खराब हो गया था। इसके बावजूद भाटी ने हिम्मत नहीं हारी। 21 साल के भाटी ने 2014 के इंचियोन पैरा-एशियाई खेलों में पांचवां स्थान हासिल किया। उसी साल चीन ओपन एथलेटिक्स चैपियनशिप में भी इन्होंने गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया।[1]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ रियो पैरालंपिक में गोल्ड मेडल को उतना प्यार नहीं जितना ओलंपिक के रजत पदक को! Archived 2016-09-13 at the वेबैक मशीन - ichowk.in -11 सितम्बर 2016
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