यह समाज पूर्वी गुजरात और पश्चिम महाराष्ट्र से लेकर सातपुड़ा के पर्वतीय क्षेत्र मे स्थित है यह समाज बाकी आदिवासी समाज की तरह अपनी परंपरा और संस्कृति है इस समाज की बोली प्रांतीय आदिवासी समाज की तरह है इस समाज के कोई लिखित इतिहास नही मिलता पर यह समाज बाकी आदिवासी समाज की तरह प्राचीन है