वसुखानी (धन की खान) १५०० ई॰पू॰ से १३वीं सदी ई॰पू॰ तक मित्तानी देश की राजधानी का नाम था।[1] संस्कृत में इसकी व्युत्पत्ति, जिसका उपयोग मितानी द्वारा किया गया था, "वासुकानी" और "वसुखनी", वसु के रूप में "धन की पूँजी" देवता हैं जो धन के साथ वैभव भी देते हैं।

  1. Lipiński, Edward (2000). The Aramaeans: Their Ancient History, Culture, Religion. Peeters Publishers. पृ॰ 120. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-90-429-0859-8.