वायु वर्गीकारक एक औद्योगिक उपकरण है जो संयोजित सामग्रियों को उनके परिमाण, आकार, और घनत्व के आधार पर अलग करता है। इस प्रक्रिया में वायु वर्गीकारक की मदद से सामग्री को एक ख़ास कक्ष में धारा प्रवाह के रूप में इंजेक्ट किया जाता है. इस कक्ष में वायु की क़तार नीचे से ऊपर की ओर उठती है. पृथक्करण कक्ष के भीतर, वायु प्रवाह सामग्री पर ऊर्ध्वगामी बल लगाता है. चूँकि यह बल गुरुत्वाकर्षण बल के विपरीत काम करता है, जिसकी वजह से वांछित कण स्वतः हवा में ऊपर छँट कर अलग हो जाते हैं. वायु कर्षण का प्रभाव भिन्न-भिन्न आकृति और परिमाण वाले पदार्थों के लिए अलग-अलग होता है. अतः इन सभी कणों की छँटाई गतिशील वायु प्रवाह में लंबवत रूप से हो जाती है और इसी प्रकार से उन्हें पृथक कर लिया जाता है.

N.N.ZOUBOV ENGINEERS - Sturtevant Mill Company of Europe (SMCE) वायु वर्गीकारक
वायु वर्गीकारक

आमतौर पर वायु वर्गीकारकों का इस्तेमाल ऐसी औद्योगिक प्रक्रियाओं में किया जाता है जिनमें कि बड़ी मात्रा में विभिन्न भौतिक विशेषताओं वाली सामग्रियों के मिश्रण को जल्दी व कुशलपूर्ण तरीक़े से छाँटने की आवश्यकता होती है।

वायु वर्गीकारक मुख्यतः सीमेंट, वायु प्रदूषण नियंत्रण, खाद्य प्रसंस्करण, रंगों, दवाओं, तथा सौंदर्य प्रसाधनों अथवा रासायनिक उद्योगों में पृथक्करण के लिए सहायक होते हैं। उदाहरण स्वरूप, इनका उपयोग रीसाइक्लिंग केंद्रों में भी किया जाता है, जहां वायु वर्गीकारकों की मदद से विभिन्न प्रकार के धातुओं, काग़ज़, व प्लास्टिक को मिश्रण में से छांटा जाता है, ताकि पृथक पदार्थों को आगे की प्रक्रिया के लिए भेजा जा सके.

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