वार्ता:कालीघाट चित्रकला

कला पे राष्ट्रवाद का प्रभाव

   19वी शताब्दी के अंतिम दशक में सृजित नए प्रकार की भारतीय कला की प्रारंभिक प्ररेणा राष्ट्रवादी एवं देशभक्ति थी।इस नवीन कला आंदलोन ने अपना शरुआती अभिप्रेरण उदीयमान राष्ट्रवाद ग्रहण किया। नंदलाल बोस एवमं राजा रवि वर्मा जैसे कलाकार इस नवीन कला के रूप में प्रतिनिधि थे । अबनींद्रनाथ टैगोर,ई.हाबेल एबम आनंद केनितश कुमारास्वामी के नेतृत्व में बंगाल स्कूल के अद्यभुद ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यधपि इस नवीन कला रूप की चित्रकारी ने शरुआती रूप में भारतीय प्रणाली विज्ञान एबं सांस्कृतिक विरासत की विषयवस्तु पर ध्यान केंद्रित किया। भारत के आधुनिक काल आंदलोन एबम कला इतिहासकारों के महवत्पूर्ण स्रौत हैं।
पृष्ठ "कालीघाट चित्रकला" पर वापस जाएँ।