आचार्य हेमचंद्रके मत से कोई भी ग्रंथकार नयी चीज नहीं लीखता। फीर मैं कुछ लीखुं वो तो नकल ही हो सकती है।

मुजे पुरा वीश्र्वास है आचार्य हेमचंद्र तथा उनके विषय पर लिखनेमें सफलता मीलेगी। मेरे पास मध्य प्रदेश हीन्दी ग्रंथ अकादमीका पुस्तक पीडीएफ फाईलमें है। आचार्य हेमचंद्रको नत मस्तक नमस्कार कर मैं हर दीन लीखता रहुंगा। मुजे यह मौका मीला है वह मेरा सौभाग्य समजता हुं। Vkvora2001 १७:१८, २७ जनवरी २००८ (UTC)

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